इतिहास के पन्नों में 02 दिसंबर : दास प्रथा के उन्मूलन का संकल्प

हर साल 2 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस मनाया जाता है। 2 दिसंबर 1949 को संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली में संकल्प पारित हुआ जिसके तहत दास प्रथा उन्मूलन दिवस को एडॉप्ट किया गया। इसका मुख्य मकसद मानव तस्करी एवं वेश्यावृत्ति रोकना था। इन दोनों को दासता का प्रतीक चेहरा मानते हुए अध्यादेश पारित किया गया। बंधुआ मजदूरों की जिंदगी बिता रहे बच्चों, यौन शोषण की शिकार महिलाओं को जन जागरूकता से समाज की मुख्यधारा में लाने के मामले में इस दिवस का खास महत्व है।

अन्य अहम घटनाएंः

1804ः फ्रांस के सम्राट के तौर पर नेपोलियन बोनापार्ट की ताजपोशी।

1911ः जॉर्ज पंचम भारत आने वाले ब्रिटेन के पहले राजा बने। उनके बंबई (अब मुंबई) आगमन की याद में ही गेटवे ऑफ इंडिया बनाया गया था।

1942ः पांडिचेरी में श्री अरविंदो आश्रम स्कूल की स्थापना।

1971ः संयुक्त अरब अमीरात ने ब्रिटेन से स्वतंत्र होने की घोषणा की।

1976ः फिदेल कास्त्रो क्यूबा के राष्ट्रपति बने।

1988ः बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनीं।

1989ः विश्वनाथ प्रताप सिंह भारत के 7वें प्रधानमंत्री बने।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

+ 37 = 45