मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

– राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शहीद जुब्बा सहनी की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

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पटना : राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को शहीद जुब्बा सहनी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने लालू परिवार पर ईडी की छापेमारी पर कहा कि जिनके ऊपर छापे पड़ रहे है वे जवाब दे रहे हैं। मैं शुरू से ही इन सभी चीजों से दूर रहा हूं। हमको इस पर क्या कहना है ? इन सब चीजों पर हमने शुरू से लेकर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। कहीं पर कुछ होता है तो उस पर हम कुछ नहीं बोलते हैं।

केंद्रीय एजेंसी के दुरुपयोग को लेकर नौ विपक्षी दलों के प्रधानमंत्री को लिखे पत्र पर दस्तखत नहीं करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें कोई इस तरह की बात नहीं है। हम तो इंतजार कर रहे हैं। अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग काम करती हैं। इन सब चीजों से हमारा कोई मतलब नहीं है। हम तो रात-दिन काम करते रहते हैं। हमारी सक्रियता को आपलोग देख रहे हैं।

सीएम ने कहा कि समाधान यात्रा के दौरान हमने सभी जिलों में जाकर वहां की समस्याओं को लेकर जानकारी ली है। उन समस्याओं के निदान को लेकर हमलोग काम कर रहे हैं। हमलोग काम में व्यस्त हैं। हमारी एक ही इच्छा है कि ज्यादा से ज्यादा दल एकजुट हो जायें। एक बार हमने सभी दलों से बात कर ली है। यदा-कदा लोगों से बातचीत होती रहती है। छोटे-मोटे कामों को लेकर अभी कहीं जाने की जरूरत नहीं है।

विपक्षी एकजुटता को लेकर कांग्रेस से अपील करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हमेशा अपील की है। अभी हाल में हुई दो मीटिंग में भी हमने इसको लेकर कहा है। इसको लेकर सीपीआईएमएल की मीटिंग में भी हमने कहा था और इसके बाद सातों पार्टियों की पूर्णिया में हुई मीटिंग में भी हमने कह दिया है। सभी लोग पॉजिटिव बोल रहे हैं ।

उप-मुख्यमंत्री को सीबीआई की तरफ से समन किये जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वो लोग क्या कर रहा है वो ही जाने। यह सब कोई नयी चीज नहीं है। पहले भी समन किया गया था। मेरी समझ से यह कोई खास इश्यू नहीं है। भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशील कुमार मोदी को तो रोज बोलना ही है। वे रोज-रोज नहीं बोलेंगे तो कैसे होगा ? वे मेरे खिलाफ भी बोलते रहें। इससे हमको कोई मतलब नहीं है।

बिहार में सफलतापूर्वक लागू पूर्ण शराबबंदी के अध्ययन के संबंध में छत्तीसगढ़ से आये प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात से संबंधित पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शराबबंदी का क्या असर है और इससे कितना फायदा हुआ है, इसे देखने और समझने के लिए छत्तीसगढ़ से एक टीम यहां आई हुई है। टीम ने मुझसे भी मुलाकात की है। हमने सारी बातों की जानकारी उन्हें दे दी है। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद छत्तीसगढ़ के लोगों ने मुझे आमंत्रित किया था। हमलोग वहां गये थे। अभी के छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उस समय कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे, हमारी मुलाकात उनसे भी हुई थी।

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