रावत दंपति का अंतिम संस्कार शुक्रवार को बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर होगा

– पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक सैन्य विमान से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की उम्मीद

– सरकारी आवास पर शुक्रवार को अंतिम सम्मान देने के लिए पार्थिव देह को रखा जाएगा

– दोनों पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा बरार स्क्वायर श्मशान घाट तक निकाली जाएगी

नयी दिल्ली : चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार (10 दिसंबर) को दिल्ली छावनी में किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर के गुरुवार शाम तक एक सैन्य विमान से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की उम्मीद है। रावत दंपति के पार्थिव देह शुक्रवार को उनके कामराज मार्ग स्थित सरकारी आवास पर लाए जाएंगे। यहीं पर सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक अंतिम सम्मान देने के लिए शवों को रखा जाएगा। इसके बाद यहीं से उनके पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर श्मशान घाट तक निकाली जाएगी जहां राजकीय सम्मान से साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। बिपिन रावत के निधन पर उत्तराखंड में तीन दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है।

वायुसेना ने ट्विट करके जानकारी दी कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत आज स्टाफ कोर्स के संकाय और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने के लिए डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन (नीलगिरी हिल्स) के दौरे पर थे। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और भारतीय वायुसेना के सभी कर्मियों ने आज एक दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत के साथ-साथ 11 अन्य सेवा कर्मियों के असामयिक निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की। वायुसेना ने कहा कि जनरल बिपिन रावत को उनके गतिशील नेतृत्व और दूरदृष्टि के लिए याद किया जाएगा। डीडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष मधुलिका रावत के व्यक्तित्व और अनुग्रह की कमी सभी को खलेगी। हम ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं जो इस समय अस्पताल में भर्ती हैं।

सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे और भारतीय सेना के सभी सैनिकों ने जनरल बिपिन रावत, डीडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष श्रीमती मधुलिका रावत तथा 11 अन्य सैन्यकर्मियों के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सेना ने अपने बयान में कहा है कि भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत ने भारतीय सेना के उच्च रक्षा संगठन में दूरगामी सुधारों की शुरुआत की। उन्होंने भारत के संयुक्त थिएटर कमांड की नींव रखने और सैन्य उपकरणों के बढ़ते स्वदेशीकरण को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस विरासत को आगे की पीढ़ियां आगे बढ़ाकर और मजबूत करेंगी। आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती मधुलिका रावत की अनुपस्थिति सभी को खलेगी।

सीडीएस की सुरक्षा में तैनात 04 पैरा कमांडो लांस नायक बीएस तेजा, नायक जितेन्द्र कुमार, पंजाब राज्य के तरनतारन के गांव डोडे निवासी नायक गुरुसेवक सिंह और लांस नायक विवेक कुमार की भी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। इसके अलावा सीडीएस के पीएसओ ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर और लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह भी सीडीएस के साथ शहीद हुए हैं जिन्हें 8 माउन्टेन कमांड में कमीशन किया गया था। इस हादसे में मारे गए हेलीकॉप्टर एमआई-17वी 5 के पायलट विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान आगरा के दयालबाग के सरन नगर के रहने वाले हैं। विंग कमांडर के शहीद होने की खबर मिलने के बाद उनके घर पर शुभचिंतकों की भीड़ लग गई है और घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।

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