शुभेंदु अधिकारी ने विज्ञापन के दस्तावेज प्रकाशित कर पूछा, सड़कों के निर्माण के प्रचार पर कितना खर्च करेगा राज्य

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ‘रास्ताश्री’ परियोजना को लेकर राज्य की तृणमूल सरकार की आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस परियोजना के लिए सरकारी आवंटन का ज्यादातर हिस्सा सिर्फ प्रचार पर खर्च किया जा रहा है।

रविवार को एक ट्वीट में शुभेंदु अधिकारी ने आरोपों के समर्थन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के एक दस्तावेज का हवाला दिया। उस दस्तावेज़ में क्षेत्र में ”रास्ताश्री” परियोजना को कैसे बढ़ावा दिया जाए, इस पर दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इस दस्तावेज पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने राज्य की तृणमूल सरकार की आलोचना करते हुए लिखा कि काम पूरा होने से पहले ही ढोल पीटा जा रहा है। शुभेंदु ने सवाल किया कि सिर्फ विज्ञापन के लिए परियोजना पर कितना खर्च आएगा। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या राज्य में आगामी पंचायत चुनावों को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना को एक प्रचार उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

शुभेंदु के आरोपों के जवाब में तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि हर साल किसी न किसी तरह का चुनाव होता है। ऐसे में क्या सरकारी काम बंद कर दिया जायेगा। यह संभव नहीं है। वास्तव में, भाजपा को कुछ भी अच्छा नहीं दिख रहा है।

शुभेंदु ने जिस दस्तावेज के आधार पर राज्य सरकार की आलोचना की है, उसमें कहा गया है कि रास्ताश्री परियोजना में बन रही सड़कों के बारे में माइकिंग, होर्डिंग और यहां तक कि सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार कर जनता को अवगत कराने का प्रयास किया जाना चाहिए। हालांकि इस प्रमोशन पर कितना पैसा खर्च होगा, यह साफ तौर पर नहीं बताया गया है। शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा कि एक दिवालिया सरकार राजनीतिक उद्देश्यों के लिए लोगों के पैसे की चोरी कर रही है।

नंदीग्राम के विधायक ने एडिनो वायरस के प्रसार को रोकने में ”नाकामी” और सरकारी कर्मचारियों को ”योग्य” डीए नहीं देने के लिए तृणमूल सरकार पर जमकर निशाना साधा।

राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने फरवरी के बजट सत्र में नई ”रास्ताश्री” परियोजना की घोषणा की थी। सब कुछ ठीक रहा तो मुख्यमंत्री के दिमाग की उपज यह परियोजना मार्च के तीसरे सप्ताह में शुरू हो सकती है।

सचिवालय के सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस परियोजना के उद्घाटन के लिए 15 मार्च की तारीख मांगी गई है। पश्चिम बंगाल विधानसभा बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च को समाप्त होगा। उसके बाद मुख्यमंत्री इस परियोजना को शुरू कर सकती हैं। प्रशासनिक हलकों के अनुसार, मुख्यमंत्री 15 मार्च को ”रास्ताश्री” परियोजना का शुभारंभ करेंगी। उसी दिन कार्यक्रम प्रारंभ होने के दिन से ही सभी स्तरों पर काम शुरू हो गया है। राज्य निर्माण विभाग इस परियोजना का प्रभारी होगा।

बजट सत्र में बताया गया कि राज्य सरकार नई रास्ताश्री परियोजना के लिए 12 हजार किलोमीटर नई सड़कों के निर्माण का लक्ष्य रखेगी। राज्य ने रास्ताश्री परियोजना के लिए तीन हजार करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। राज्य सरकार ने बजट बुकलेट में इसका जिक्र किया है। इस परियोजना में नई सड़कों के निर्माण के साथ ही पुरानी सड़कों का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा। इस परियोजना में ग्रामीण सड़कों को प्राथमिकता दी जाएगी। नई परियोजना से उन सभी सड़कों को पक्का करना है जो अभी भी कच्ची हैं।

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