30 लाख रुपये की फिरौती माँगी

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हावड़ा : आंदुल रोड इलाके के सांकराइल में फिल्मी अंदाज में एक डॉक्टर का अपहरण किया गया लेकिन पुलिस ने अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्तों के नाम सुदीप्त सिन्हा और मो. हुसैन हैं। अभियुक्तों को हावड़ा कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें 6 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आलमपुर के पास अपने नर्सिंग होम स्थित चेंबर में डॉ. गौतम दास मौजूद थे। चेम्बर से निकलने के बाद वे अपनी गाड़ी से घर की ओर जा रहे थे। गाड़ी उनका ड्राइवर चला रहा था। आरोप है कि थोड़ी दूर जाने के बाद ही बाइक सवार 4 लोगों ने उनकी गाड़ी के आगे आकर उनका रास्ता रोक दिया। इसके बाद फिल्मी अंदाज़ में 3 लोगों ने अपनी जेब से आग्नेयास्त्र निकाले और चालक को गाड़ी से उतार दिया और वे लोग गाड़ी के साथ डॉक्टर को लेकर जाने लगे। वहीं दूसरे लोग बाइक लेकर चले गए। इसके बाद डॉ. गौतम दास के मोबाइल से अभियुक्तों ने उनके बेटे डॉ. देबायन दास को फोन किया। अभियुक्तों ने धमकी देते हुए कहा कि डॉ. गौतम दास को छुड़ाने के लिए 30 लाख रुपये देने होंगे और अगर पुलिस को सूचना दी गई तो फिर अंजाम बुरा होगा।

अभियुक्तों की धमकी के बावजूद डॉ. देबायन ने स्थानीय सांकराइल थाने को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और अपहृत डॉक्टर को छुड़ा लिया। 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार भी किया गया। वहीं बाकी 2 फरार अभियुक्तों की तलाश की जा रही है।

डॉ. देबांजन ने बताया कि अपहर्ताओं ने उनके पिता के मोबाइल से ही उन्हें कई बार फोन किया और रुपये लेकर अलग-अलग जगह आने के लिए कहा। फोन करने के बाद वे मोबाइल ऑफ कर देते थे। अंततः उन्होंने रुपये लेकर धुलागढ़ टॉल प्लाजा के पास एक ब्रिज के पास आने के लिए कहा। पुलिस को घटना की जानकारी दे दी गई थी इसलिए अभियुक्त फंस गए। हालांकि देबांजन ने यह भी बताया कि उनके पिता को अपहरण करने की कोशिश क्यों की गई, यह पता नहीं चला।

पीड़ित डॉ. गौतम दास ने बताया कि उन्हें गन प्वाइंट पर रखकर लगातार धमकी दी जा रही थी। वे लोग अलग-अलग जगहों पर गाड़ी लेकर जा रहे थे। कभी आंदुल तो कभी जंगलपुर। पुलिस ने अच्छा काम किया और मेरी जान बच गई।

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