कोलकाता : चैती छठ का पहला दिन श्रद्धा और सबुरी के साथ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। इसके लिए महानगर कोलकाता समेत हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना समेत राज्य भर के सभी गंगा घाटों पर बड़ी संख्या में छठव्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया है। इस दिन घाटों पर गजब की चहल-पहल थी। रंग-बिरंगी साड़ियों में नाक से लेकर सिर के मध्य हिस्से तक सिंदूर लगाई सुहागन महिलाएं शूप में केला, सेव, नारियल, नारंगी, नाशपाती आदि सजाकर नदी, तालाबों, झरना आदि के पानी में घुसकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दी हैं।

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मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व का समापन होगा। इसके लिए नहाए-खाए के बाद छठ व्रती महिलाएं उपवास रखी हैं और करीब 36 घंटे से अधिक समय तक भूखी रहकर सूर्य की आराधना की जाती है। पुलिस ने राजधानी के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। इसके साथ नगर निगम ने घाटों पर लाइट, साफ-सफाई और माइकिंग आदि की व्यवस्था की है।

इस मौके पर महानगर कोलकाता समेत शिल्पांचल में बड़ी संख्या में हिंदी भाषी क्षेत्रों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। सड़कों को साफ किया गया है और इलाके के क्लब तथा स्थानीय लोगों ने मिलजुल कर छठव्रतियों के घाट पर जाने और वापस लौटने की व्यवस्था की है। अतिरिक्त संख्या में तैनात पुलिसकर्मी सड़कों से लेकर गंगा घाटों तक सुरक्षा दे रहे हैं। गंगा नदी में भी कोलकाता पुलिस की रिवर पेट्रोलिंग टीम गश्त लगा रही है ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना ना घटे।

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