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छठ : सूर्योपासना की भारतीय संस्कृति और विश्व परम्परा

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                                            - डॉ. जंग बहादुर पाण्डेय सृष्टि के सभी प्राणियों में मनुष्य सर्वाधिक...

ऋषि सुनक पर फूहड़ बहस : डॉ. वेदप्रताप वैदिक

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ब्रिटेन में ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने पर भारत में बधाइयों का तांता लगना चाहिए था लेकिन अफसोस है कि हमारे नेताओं के बीच फूहड़ बहस चल पड़ी है। कांग्रेस के दो प्रमुख नेता,...

भैया दूज पर विशेषः यम के भय से मुक्ति का पर्व

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योगेश कुमार गोयल भाई-बहन के पावन संबंधों की मजबूती और प्रेमभाव को स्थापित करने वाला पर्व है ‘भैया दूज’। बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर ईश्वर से उनकी दीर्घायु की कामना करती हैं। कहा जाता...

कांग्रेस : राहुल ही अंतिम आशा

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   - डॉ. वेदप्रताप वैदिक कांग्रेस को 24 साल बाद सोनिया परिवार के बाहर का एक अध्यक्ष मिला है। क्यों मिला है? क्योंकि सोनिया-गांधी परिवार थक चुका था। उसने ही तय किया कि...

भारतीय त्योहार देते हैं अर्थव्यवस्था को गति

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                                                    प्रहलाद सबनानी भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष...

कांग्रेस : फिर चक्का जाम

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                                                -डॉ. वेदप्रताप वैदिक मल्लिकार्जुन खड़गे अब कांग्रेस के अध्यक्ष बनेंगे,...

जयंती विशेष/26 सितंबर, 1820) : सचमुच ‘विद्या’ सागर हैं ईश्वर चंद्र

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विद्यासागर ने न सिर्फ नारी शिक्षा के लिए व्यापक जनान्दोलन खड़ा किया बल्कि उन्हीं के अनथक प्रयासों तथा दृढ़संकल्प के चलते ब्रिटिश शासनकाल में अंग्रेज 26 जुलाई, 1856 को विधवा पुनर्विवाह कानून पारित करने...

शारदीय नवरात्रिः मातृशक्ति के सम्मान का महापर्व

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                                        - डॉ. अशोक कुमार भार्गव भारत की सांस्कृतिक चेतना के भव्य और विराट स्वरूप...

जो टूटा न हो, उसे जोड़ने का क्या औचित्य?

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                                              - सियाराम पांडेय 'शांत      भारत ने महात्मा गांधी की...

असाधारण, कुशल एवं प्रभावी वक्ता ‘नरेंद्र मोदी’

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- लोकेन्द्र सिंह सार्वजनिक जीवन में संवाद कला का बहुत महत्व है। व्यक्तिगत स्तर और छोटे समूह में लोगों को आकर्षित करना एवं उन्हें अपने से सहमत करना अपेक्षाकृत आसान होता है। किंतु, जन (मास)...